विश्वास के दायरे आवश्यक है संबंधों के लिए
हम जिस युग में जी रहे है वहां केवल जीवन कि तीव्र गति विद्यमान है |आदमी का सम्पूर्ण चिंतन इस बात से जुडारहता है कि कैसे भी वह स्वयं की आपूर्तियों सम्मान स्तर ओर आत्म स्वाभिमान को बनाए रखे ,इसके लिए वहतरह तरह के उपाय करता रहता है उसे सदैव यहं चिंता बनी रहती है की उसका समाज उसका परिवेश उसेअत्याधिकं प्रेम ओर सम्मान देता रहे मगर दूसरी ओर दूसरा पक्ष भ....