
प्रश्नों के उत्तर दें, भविष्य की राह आसान होगी
जीवन के सामने जो ज्वलंत प्रश्न खड़े होते रहते है उनके सकारात्मक उत्तर खोजने की चेष्टा करें
जीवन सत्य का रूप था तो इतनी जटिलताएं क्यों
लक्ष्य यदि तय है तो भटकन कैसी ?
आत्मा यदि अमर है तो भय किसका
सुख दुःख यदि दौनों थे तो केवल सुख का चिंतन क्यों नहीं?
व्यक्ति की सोच से यदि नकारात्मकता पैदा हुई तो उसका चिंतन क्यों?
अच्छे और सुखद क्षणों का ही चिंतन क्यों नहीं?
जीवन गति है तो अनेकों लक्ष्य क्यों
अच्छे और बुरे में बुरी सोच ही क्यों?
आशा निराशा में निराशा ही क्यों?
परम शक्ति का अंश थे आप तो कमजोर कैसे?
सब आपके नियंत्रण में है ये भाव क्यों नहीं?
आपको अपनी सोच से इन प्रश्नों को सकारात्मक बनाना है |और फिर बहुत से ज्वलंत प्रश्न फिर
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