अपनी कमजोरियों को शक्ति में बदलिये
मनुष्य स्वभाव से गलतियों का पुतला रहा है जीवन बार बार गलतिया करता है दुःख पाता है और फिर चल देता है अपने अनजान गंतव्य की और यहाँ यह महत्वपूर्ण है कि वह चलता रहता है यातना पाता रहता है और बार बार वही गलतियां करता जाता है ,न उसे अपने में परिवर्तन की फिक्र होती है न वह संकल्प ही ले पाता है कि वह कुछ आगे सीखेगा | जीवन चलता रहता है और समय....