सही स्वतंत्रता और समाज
स्वतंत्रता सही अर्थो में सम्पूर्णता और स्वाभिमान का पर्याय है |वह जीवन के हर पल की मांग भी है और जीवन कीसार्थकता को भी यही प्रर्दशित करता है भारत आज आजाद है , झंडे फहरा रहे ह.... और पढ़े
स्वतंत्रता सही अर्थो में सम्पूर्णता और स्वाभिमान का पर्याय है |वह जीवन के हर पल की मांग भी है और जीवन कीसार्थकता को भी यही प्रर्दशित करता है भारत आज आजाद है , झंडे फहरा रहे ह.... और पढ़े
हम अपने अनुसार समय व्यतीत करते है ,अपने सही ग़लत को सबसे ज्यादा अहमियत देते है ,अपनी सल्तनत केहम अकेले शहंशाह होते है ,फिर भी हर गुजरता हुआ पल हमारे लिए एक अपराध बोध पश्चाता.... और पढ़े
आज ओपन माइंड का आशय तमाम तरह की ऋणात्मकता और पाश्चात्य सभ्यता के साथ थिरकते हुए युवा समूहजो अपनी हर समस्या के लिए खुले पन की सीमा भूल चुके होते है ,उनका सारा ध्यान इस में लग.... और पढ़े
आज पूरा विश्वाहै एक ऐसी महामारी की चपेट में है जिसका उसपर कोई ठोस निराकरण नहीं है वज्ञानिक खोजें चल रही है और लगभग दो माह का समय चाहिए इनकी आपूर्ति में यह महामारी इतनी तेजी .... और पढ़े
हम जिस समाज में रहते है वहां हर तरह के लोगों हमारा सम्बन्ध स्थापित रहता है इनमे से कुछ ऐसे होते है जोसामान्य व्यवहार की तरह सबसे अच्छा व्यवहार ही करते है |कुछ ऐसे होते है जो .... और पढ़े
भारतीय परिवेश में हम सब बड़ी बड़ी बातें करते है ,बार बार यह जताने की कोशिश करते है कि हम मूल्यों औरसंस्कार में सबसे उन्नत सभ्यता रखते है मगर बड़े दुःख और क्षोभ का विषय है कि .... और पढ़े
आदमी के जीवन में व्यवहार का विशेष महत्व होता है |जन्म से ही उसके माता पिता यह प्रयास करते है की वहएक विद्वान ,शिक्षित और विशेष दर्जे पर खड़ा होकर जीवन की सम्पूर्ण सफलताएं प्.... और पढ़े
रात भर तन्हाई में गाता रहा ग़म कॉ आलम याद फ़िर आता रहा हर गया लमहा तुम्हारी याद बन बे वज़ह इस दिल को तडफाता रहा कश्तियों के डूबने कॉ शोर सा मेरे साहिल पर सदा आत.... और पढ़े
हमेशा से आदमी की यह चाहत रही है कि वह अपने बच्चों को एक ऐसी राह दे जहाँ से जीवन का पथ अधिकसुरक्षित और सुगम बनजाये |इसके लिए उसे बहुत से प्रयत्न करने पड़ते है ,बाल्य काल से ही अप.... और पढ़े
हम जीवन के हर पहलू पर शान्ति और संतोष की कामना करते है मगर यह भूल जाते है कि यह सब केवल उसेनसीब है जो स्वयं अपने क्रियान्वयन से इसे पैदा करने कि क्षमता रखता है | सुरक्षा औ.... और पढ़े