आत्म बोध जीवन का अन्तिम लक्ष्य है
आत्म बोध जीवन का अन्तिम लक्ष्य है (The ultimate goal of life is self-realization) हजारों वर्ष की साधना के बाद एक साधु महाराज को सारे देवताओं ने सबसे बड़ा मान लिया और यही कहा कि आप सबसे बड़.... और पढ़े
आत्म बोध जीवन का अन्तिम लक्ष्य है (The ultimate goal of life is self-realization) हजारों वर्ष की साधना के बाद एक साधु महाराज को सारे देवताओं ने सबसे बड़ा मान लिया और यही कहा कि आप सबसे बड़.... और पढ़े
हितेश के जन्म पर हजारों डिब्बे मिठाई बाँट दियेगये थे ,सारे नगर से बधाई आने लगी थी ,सारे घर हर्षोउल्लास से भर गया था ,गोरा चिट्टा गोल मटोल सुन्दर बच्चा हुआ था सेठ हजा.... और पढ़े
एक सत्य घटना श्रेय का परिवार मध्यम ही था, दो बहिनें बड़ी थी शादी हो चुकी थी, तीन भाई और थे, उनकी अपनी अपनी दुनिया थी, पिता रिटायर ,माँ घर में ही काम काज करती थी और वह बहुत आ.... और पढ़े
self witness is basic mantra of success मेरा जन्म राजिस्थान के बहुत बड़े राज घराने में हुआ था हजारों नॉकर चाकर दास -दासियाँ और बड़े बड़े राज प्रासाद थे मुझ पर ,रोज बहुत बड़े बड़े कार्यक्रमों का आयोज.... और पढ़े
प्रशांत बहुत बड़ा वैज्ञानिक था अन्वेषण खोज और मानवीय सेवा के लिए कृत संकल्पित , वेतन बहुत ज्यादा नहीं था, बस पत्नी और पुत्री का काम चल जाता था , पत्नी भी पास क.... और पढ़े
राजा शिवसेन के राज्य में सुख शांति की कोई कमी नहीं थी , पूर्वजों की बेशुमार दौलत और विद्वान प्रजा प्रिय पिता का आशीर्वाद भी प्राप्त था ,उन्होंने ही अवस्था धर्म का पालन कर.... और पढ़े
सुकेत नालंदा का सबसे योग्य विद्यार्थी था पठन -पठान में उसे कोई मात नहीं दे पाया था , गुरुओं ने उसकी बुद्धि का लोहा कई बार माना था ,दर्शन ,सेवा , संस्कारों और परीक्षा में उसे .... और पढ़े
सिकंदर महान को अरस्तु ने समाजिक राजनैतिक धार्मिक और मानवीयता वादी तमाम उपदेश और शिक्षा दी थी और उसके व्यक्तित्व में वे गुण परिलक्षित भी होने लगे थे,३४३ ईसा पूर्व.... और पढ़े
सत्यघटना अडिग स्कूल के समय सी ही काफी प्रबुद्ध विचार शील और मेधावी रहा था , पिता एक स्कूल में हेड मास्टर थे और घर का सम्पूर्ण वातावरण सयुक्त हिन्दूपरिवार जैसा ह.... और पढ़े
वीर सेन और उनकी पत्नी कसबे की हवेली में ही निवास करते थे बाप दादों की जायदाद ने खूब वैमनस्यता बढ़ा दी थी तीनों भाइयो में ,सबने अपने अपने हिसाब से लूटा था संपत्ति को मगर जब भ.... और पढ़े