शक्ति ,ज्ञान ,और संतोष अनेक कामनाएं है पूर्णता के लिए
हमसब एक शक्ति शाली प्रकृति और ब्रह्माण्ड के अंश है और हमारी उत्पत्ति ,विकास और गति शीलता उस अपरमित शक्तिशाली तत्व का ही क्रियान्वयन है | सामान्यतः हम जब भी अपना आकलन और कल्.... और पढ़े
हमसब एक शक्ति शाली प्रकृति और ब्रह्माण्ड के अंश है और हमारी उत्पत्ति ,विकास और गति शीलता उस अपरमित शक्तिशाली तत्व का ही क्रियान्वयन है | सामान्यतः हम जब भी अपना आकलन और कल्.... और पढ़े
एक शिष्य ने गुरु से प्रश्न किया कि देव मैं जानना चाहता हूँ कि जीवन की सफलता का क्या राज है और कैसे आदमी जीवन को जीत सकता है गुरु ने उत्तर दिया पुत्र आप प्रातः बेला में मु.... और पढ़े
आदमी सामाजिक प्राणी है और बड़े से बडे समाज बनाकर वह अपने आपको बहुत बड़ा मान बैठता है और जिनके साथ समाज दोस्त और बड़े समूह नहीं होते वो अपने को हीन मान बैठते है और तमाम.... और पढ़े
कब तक महा पुरुषों के पद चिन्हों पर चलने का प्रयत्न किया जाए कब तक समय परिवर्तन और आधुनिकता के लिए समय के साथ भागने का प्रयत्न करें ,शायद हमारी मौलिकता ख़त्म हो चुकी है हम .... और पढ़े
हर हाल में सफलताएं आपकी है और जितना बड़ा लक्ष्य लेकर हम चलेंगे उतनी ही अधिक समस्याएं आएंगी हमारे सामने ,क्योकि समस्याएं केवल उनके सामने आती है जिन्हें वे वीर और अतुलन.... और पढ़े
बसि कुसंग चाहत कुशल रहिमन यह अफ़सोस मान घट्यो समुद्र को जो रावण बसा पड़ोस आज हम विकास कि दौड़ में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे है और हम पर समय बहुत कम है बहुत सारा सोचने .... और पढ़े
आम आदमी के स्वाभाव में जरा जरा सी बात में क्रोधित हो जाना एक स्वाभाविक सी प्रक्रिया है आज हम दैनिक जीवन में जिन परिस्थितियों से जूझ रहे है वहाँ अपने व्यक्तित्व कि .... और पढ़े
समर शेष हैं नहीं पाप का भागी केवल व्याध जो तटस्थ है समय लिखेगा उसका भी अपराध जीवन संग्राम है और यहाँ हर सम्बन्ध और परिस्थितियां आपको यही समझाती है की मानवीय मूल्यों क.... और पढ़े
सामान्यतःहम केवल अधिकारों के लिए संघर्ष रत रहते हैं ,हमारी कोई व्यवस्था या हमारी जिद जब&.... और पढ़े
प्रेम अनादि काल से इंसान के मष्तिष्क में यह प्रश्न उठता रहा की वह कोंन ही विषय स्थिति है जो मानवीय अस्तित्व को अमर और शाश्वत बनाए रखती है |जन्म के समय से ही उसने अपने आस प.... और पढ़े